३० दिन के अगले कदम

दिन ८: 30 दिन ही क्यों?

अच्छे परिवर्तन कब शुरु होंगें?

दिन ८: 30 दिन  ही क्यों?

क्योंकि जो तुममे है वह उस से जो संसार में है, बड़ा है।

1 यूहन्ना 4:4

जब हम अपने जीवन में किसी तरह के महत्वपूर्ण बदलाव लाते हैं तो पहले 30 तीन अति महत्वूपर्ण होते हैं अध्ययन बताते हैं कि किसी भी आदत को छोड़ने में 30 दिन लगते हैं और इतने ही दिन किसी नईं आदत डालने में भी। परमेश्वर के वचन को पढ़ने उसके स्वभाव, उसके रास्तों को जाननें की आदत अपनी गहराई तक जड़ करें।आपने जीवन भर की साहसिक यात्रा की शुरूआत तो कर दी है, लेकिन इसमें कईं ज़ोखिम भी है।

यहां पर वह दो कारण दिये गये हैं जिससे कि आप रास्ते से भटक सकते हो और यह भी की हरेक से बचाव कैसे करें।

  1. परिवार और मित्र जो आपको न समझें। आप चाहे दूसरे से कितना कम या ज्यादा बात करें उनको आपका परिवर्तन दिखाई देगा। कुछ आपसे ज्यादा जानना चाहेंगे लेकिन कुछ आपका विरोध करेंगे आपका उपहास करेंगे। इसका सबसे अच्छा रास्ता यह नहीं कि आप जिरह करें या फिर बचाव करें बल्कि आप इस समय प्रभु यीशु को, जो अब आप में वास करते हैं आपके द्वारा दूसरों को प्रेम करने दें। आशा करते हैं कि कुछ समय बाद वह भी बदलना चाहेंगे. आप कुछ भी करें, आप दूसरों को आपको पीछे की ओर खींचने न दें.
  2. बुरी आदतें जो आसानी से नहीं छूटतीः हो सकता है कि आप एक अस्वस्थ सम्बन्ध में या फिर जीवन के संघर्षों के बोझ से दबे हुए हैं। आपको लगेगा कि यह बहुत ही कठिन है। आप शायद यह सोंचेंगे कि नए जीवन में जी नहीं पा रहें। इन विचारों में आप खो न जाये। मेरे अनुभव के आधार पर आपको जल्द ही सच्ची जय प्राप्त होगी। याद रखिये यीशु ने आपको जैसे आप थे वैसे ही अपने पास बुलाया है। वह अपको असीम प्रेम करते है और आपका मार्गनिर्देशन कर आपको हर कदम पर बलवन्त करेंगे।

दिन ९: सहायक


क्या आपने कभी परमेश्वर से पूछा है कि वह आपको दिखाये कि वह क्या चाहते है जिसे आप पीछे छोड़ दे या फिर वह कौनसे स्वभाव है जिन्हें वह चाहता है कि आप अपना ले? किसी ऐसे व्यक्ति से सलाह ले जिसे आपकी कद्र हो।