“सो यदि कोई मसीह में है तो वह नईं सृष्टि हैः पुरानी बातें बीत गईः देखो वे सब नईं हो गई”
हरेक मनुष्य शारीरिक रूप से तो जन्मा है लेकिन सभी आत्मिक रूप से नहीं जन्में है। फिर भी परमेश्वर चाहते है कि हरेक व्यक्ति आत्मिक रूप से जन्मे-पहला कदम। आत्मिक जन्म का पथ 1 दिन में संक्षेप में दिया गया है।
प्राकृतिक जन्म के समान ही आत्मिक जन्म के बाद का समय बहुत विपदा भरा होता है। हम तुरन्त नये वातावरण के अनुकूल नहीं हो पाते। एक व्यक्ति के यीशु मसीह पर विश्वास करने के जीवन में परिवर्तित होने में समय, धीरज और विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
आपके विकास में सहायक होने के लिये यहाँ पर एक संक्षिप्त परन्तु प्रभावशाली, जीवन शिक्षा की श्रृंखला जिसका नाम अगले कदम है के लिये उपलब्ध करा दी गई है। यह निर्देशिका यीशु मसीह के साथ आपके संबंध को मजबूत करने में आपकी सहायक होगी। इसे अगले 30 दिनों के लिये अपने निजी सहायक के रूप में देखिये।
सोचता हूँ कि काश अगले कदम: आत्मिक उन्नति के लिये ३० दिन की निर्देशिका आज से 40 साल पहले मुझे भी उस समय मिली होती जब मैं यीशु मसीह का अनुयायी बना ही था। मैं जानता हूँ कि इसने मेरे आत्मिक विकास को गति प्रदान की होती, और मुझे अनावश्यक गलतियों से बचने में सहायता मिलती। मेरी पत्नी और मैंने साथ मिलकर 6 बच्चों की परवरिश की, और उन्होंने हमें 17 पोते-पोतियों से नवाज़ा है। मेरा एक सफल व्यवसाय है, लेकिन मुझे मसीह के साथ में चलने से अधिक खुशी किसी में भी नहीं मिलती है, और यह साहसिक यात्रा आज तक जारी है।
इसी समान यह आनंद आपको भी प्राप्त हो
अपने जीवन का अगला पड़ाव क्यों न अभी शुरु करें? दिन 1, "व्यक्तिगत रूपांतरण," आपका इंतजार कर रहा है!